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रूह की सूफियाना महफिल में ममता जोशी की जादुई आवाज पर झूमे दर्शक

चंडीगढ़ (विकास कुमार यादव ) रूह फेस्टिवल के दूसरे दिन  डॉ. ममता जोशी ने शिरकत की. इस दौरान उन्होंने अपनी जादुई आवाज से दर्शकों का समां बांधा। 10 दिवसीय रूरल अर्बन हेरिटेज फेस्ट परेड ग्राउंड  में आयोजित किया जा रहा है। 

देश-विदेश में अपनी गाय


की के जरिए धाक जमाने वाली ममता जोशी ने कार्यक्रम की शुरुआत अब्बास ताबिश की गजल  "इतना आसाँ नहीं मसनद पे बिठाया गया मैं, शहर-ए-तोहमत तिरी गलियों में फिराया गया मैं" से की. इसके बाद उन्होंने कई गीत और गजलों की प्रस्तुति से माहौल सूफियाना कर दिया। संगीत

की शुरुआत उन्होंने 'क़ासिद की उम्मीद है यारो क़ासिद तो आ जाएगा' से की. इस दौरान उन्होंने संत कबीर की रचनाओं का भी गायन किया। इसके अलावा उन्होंने जलालुद्दीन रूमी के लिखे संगीत का भी गायन किया। 

इससे पहले आज की शाम हिमाचल के लोक कलाकारों ने दर्शकों को अपनी कला का प्रदर्शन किया। दिन भर चली बारिश की आंख में चोली के बावजूद छुट्टी का दिन होने के चलते दर्शक मेले में नजर आते रहे रविवार के आकर्षणगुलशन टंडन द्वारा शास्त्रीय गायन व गजल की संगीतमयी शाम होगी रविवार को 

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