महिलाओं को उद्योग जगत में नई पहचान देगा शी-फोरम
चंडीगढ़ (प्रोसन बर्मन ) महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने तथा महिला उद्यमियों को बेहतर प्लेटफार्म उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा महिला प्रकोष्ठ शी फोरम की शुरूआत की गई। महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम के दौरान पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री की क्षेत्रीय निदेशक भारती सूद ने महिला उद्यमियों, वेतनभोगी पेशेवरों, महत्वाकांक्षी गृहिणियों और सभी क्षेत्रों के उत्साही लोगों को पीएचडीसीसीआई शी-फोरम में शामिल होने और इसकी विविध गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेने का निमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि वह ऐसा करके विकास, सहयोग और सशक्तिकरण के असंख्य अवसरों का लाभ उठा सकती हैं। इस अवसर पर बोलते हुए इनर वेलनेस की संस्थापक मधु पंडित ने प्रतिभागियों को आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में मेडिटेशन के लाभों से अवगत कराया, जिसे हर कोई, विशेषकर महिलाएं जी रही हैं। उन्होंने विभिन्न प्रकार के श्वास व्यायामों का प्रदर्शन किया जो शरीर के साथ-साथ मन को भी शांत करते हैं।
ओजेएस फिटनेस क्लिनिक एवं एजुकेशनल सें
टर की स्थापक डॉ.विभा बावा ने व्यक्तियों के लक्ष्यों के साथ-साथ रक्त समूह के अनुसार, सही आहार से होने वाले विभिन्न प्रकार के स्वास्थ्य लाभों के बारे में जागरूकता पैदा की। उनकी चर्चा के बिंदु महिलाओं और पुरुषों दोनों के समग्र स्वास्थ्य के लिए स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखने, ध्यानपूर्वक खाने की आदत और तनाव प्रबंधन के महत्व पर केंद्रित थे।
हिमाचल से विशेष रूप से पहुंची एचपीआरएस अधिकारी सुश्री पूनम ठाकुर ने बालिका शिक्षा में निवेश के महत्व पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने कहा कि सशक्तिकरण जिम्मेदारी से शुरू होता है और आज महिलाओं को खुद में निवेश करना चाहिए। उन्होंने महिलाओं को एक-दूसरे की उपलब्धियों को स्वीकार करने के लिए भी प्रोत्साहित किया।डालमिया भारत समूह की कानूनी और सचिवीय प्रमुख मेघना सैनी ने पीओएसएच अधिनियम के विभिन्न पहलूओं पर चर्चा की और किस प्रकार की स्थितियों को इसके तहत वर्गीकृत किया जा सकता है या नहीं। उन्होंने कहा कि कानून का इरादा फर्जी रिपोर्टों को प्रोत्साहित करना नहीं है बल्कि वास्तविक संबंधित पक्षों से आवाज उठाने और ऐसे अपराधों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह करना है।
रेडियो जॉकी आरजे गीत ने शादी के बाद एक महि
ला के जीवन में आने वाले विभिन्न बदलावों के बारे में बात की और कैसे ऐसे सभी अनुभव उसके जीवन को आकार देते हैं। संगीतकार सुश्री सुनियानी शर्मा ने अपनी भावपूर्ण आवाज से प्रतिभागियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने पंजाबी लोक संगीत के प्रति अपनी यात्रा पर चर्चा की और बताया कि कैसे उन्होंने पंजाबी लोक संगीत पर शोध की यात्रा शुरू की। पीएचडीसीसीआई महिला विकास समिति की संयोजक अधिवक्ता पूजा नैय्यर ने आए हुए अतिथियों का आभार व्यक्त किया और शी-फोरम के साथ जुडक़र उद्योग जगत में आगे बढऩे का आहवान किया।
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