वक्फ संशोधन कानून के विरोध में बंगाल में हिंसा, राज्यपाल बोले – "तांडव नहीं, कानून हाथ में न लें"
कोलकाता/धूलियन ( सौम्या चक्रवर्ती ) पश्चिम बंगाल के कई जिलों—मालदा, मुर्शिदाबाद, दक्षिण 24 परगना आदि में वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ शुक्रवार को जमकर हिंसा भड़की। धूलियन, सूती और शमशेरगंज इलाकों में प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर आगजनी, तोड़फोड़ और लूटपाट की। इस बीच राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि लोकतंत्र में विरोध का अधिकार है, लेकिन तांडव और कानून को हाथ में लेना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राज्यपाल ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ गुप्त बैठक की है और राज्य प्रशासन को सख्त कदम उठाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा, “राज्य पूरी तरह सतर्क है। कानून तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
मुर्शिदाबाद के धूलियन में स्थिति सबसे अधिक विस्फोटक रही। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, उपद्रवियों ने एक निजी अस्पताल में आग लगा दी और धूलियन नगरपालिका के कार्यालय तथा टीएमसी विधायक मनिरुल इस्लाम के भाई काउसार अली के घर पर भी हमला किया। विधायक मनिरुल इस्लाम को भी कथित तौर पर शमशेरगंज में परेशान किया गया। धूलियन थाना परिसर और पुलिस इनचार्ज के दफ्तर पर भी हमला हुआ। सामने खड़ी पुलिस की बाइकों और गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। ट्रैफिक गार्ड के दफ्तर में भी तोड़फोड़ हुई। पुलिस और बीएसएफ की भारी तैनाती के बावजूद उपद्रवियों ने रात्रि में रेलवे लाइन पर धरना देकर रेल यातायात ठप कर दिया। हजारों यात्री फंसे रहे और रेलवे को विशेष राहत अभियान चलाकर यात्रियों को सुरक्षित निकालना पड़ा। शनिवार सुबह रेलवे स्टेशन और रेल लाइनों पर भारी नुकसान देखा गया। धूलियन गंगा औ
र निमतिता स्टेशन के बीच 43 नंबर फाटक को पूरी तरह तोड़ दिया गया, रिले रूम, कंट्रोल रूम और कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को आग लगा दी गई। कीमती उपकरणों की लूट की भी खबर है। पूर्व रेलवे की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस हिंसा से रेलवे सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। रिले रूम को नुकसान पहुँचने से ट्रेनों की आवाजाही अनिश्चित हो गई है। पश्चिम बंगाल पुलिस ने अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है और बीएसएफ लगातार संवेदनशील इलाकों में गश्त कर रही है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है, लेकिन तनाव बना हुआ है।
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