संस्कृति, सेवा और स्वच्छता के रंगों से सजा नगर निगम का स्थापना दिवस
चंडीगढ़, नगर निगम चंडीगढ़ के स्थापना दिवस पर गुरुवार को एक अलग ही उत्साह देखने को मिला। सेक्टर-38 स्थित रानी लक्ष्मीबाई महिला भवन रंग-बिरंगी रोशनी और पारंपरिक लोकगीतों से गूंज उठा, जब निगम के कर्मचारियों ने न केवल सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से सबका दिल जीता, बल्कि स्वच्छता और सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी दर्शाई।
इस आयोजन की मुख्य अतिथि नगर निगम की महापौर हरप्रीत कौर बबला रहीं, जबकि आयुक्त अमित कुमार (आईएएस) विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे। मंच पर 'रंग-रंगीला भारत', ‘स्वच्छता के चार रंग’ पर आधारित नुक्कड़ नाट
क, गिद्धा, भांगड़ा, झूमर, शम्मी और फैशन शो जैसी प्रस्तुतियों ने कर्मचारियों की प्रतिभा और सामाजिक सरोकार दोनों को सामने रखा।
"सेवा और संस्कृति, यही है चंडीगढ़ नगर निगम की पहचान"
अपने संबोधन में महापौर ने कहा कि 1994 में स्थापित नगर निगम की जिम्मेदारियां बीते वर्षों में लगातार बढ़ी हैं। इसके बावजूद निगम ने शहरवासियों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ-साथ मानवीय मूल्यों और सांस्कृतिक विरासत को भी जिंदा रखा है। उन्होंने निगम कर्मचारियों की मेहनत, प्रतिबद्धता और सामूहिक प्रयासों की सराहना की।
“कर्मचारी सिर्फ सेवा नहीं करते, वे संस्कृति के वाहक भी हैं” —
आयुक्त
नगर आयुक्त अमित कुमार ने सभी कर्मचारियों, अधिकारियों और पार्षदों को सफल आयोजन के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की प्रस्तुतियों ने यह साबित कर दिया कि वे शहर की स्वच्छता और विकास में जितने संजीदा हैं, उतने ही संवेदनशील संस्कृति और कला को लेकर भी हैं।
कार्यक्रम में नगर निगम के अधिकारी, पार्षद और बड़ी संख्या में कर्मचारी मौजूद रहे। हर प्रस्तुति पर तालियों की गूंज यह बताने के लिए काफी थी कि निगम का यह स्थापना दिवस सिर्फ एक समारोह नहीं, एक भावनात्मक उत्सव बन गया।
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