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बरानगर में धूमधाम से मनाया गया महामंडलेश्वर स्वामी परमात्मानंद भैरव महाराज का 51वां अविर्भाव दिवस

 कोलकाता: श्री पंचायती अखाड़ा, महानिर्वाणी के महामंडलेश्वर स्वामी परमात्मानंद भैरव महाराज का 51वां अविर्भाव दिवस सोमवार को श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया गया। इस अवसर पर भक्तों और शिष्यों ने पूरे दिन भव्य आयोजन किए।

मुख्य कार्यक्रम का आयोजन बरानगर के नोआपाड़ा स्थित ब्रह्ममयी कालीबाड़ी ट्रस्ट के ब्रह्ममयी माँ मंदिर में किया गया। सुबह से ही मंदिर परिसर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। करीब 200 संन्यासी पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों से आए, वहीं कोलकाता और आसपास के इलाकों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।ब्रह्ममयी कालीबाड़ी ट्रस्ट की ओर से सचिव प्रेमानंद भैरव ने बताया कि इस अवसर पर एक धार्मिक सभा, भजन-कीर्तन और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। श्रीकृष्ण


पैलेस में दिनभर शास्त्रीय संगीत, बाऊल गीत और विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से वातावरण भक्तिमय बना रहा। इसके साथ ही एक धार्मिक सेमिनार का भी आयोजन किया गया, जिसमें स्वामी परमात्मानंद भैरव महाराज के जीवन और उनके आदर्शों पर विचार साझा किए गए। धार्मिक सभा को संबोधित करते हुए स्वामी परमानंद भैरव महाराज ने कहा कि ब्रह्ममयी कालीबाड़ी ट्रस्ट आने वाले दिनों में समाजसेवा और आध्यात्मिक प्रसार के लिए और अधिक सक्रिय होगा। उन्होंने कहा कि "आध्यात्मिक उत्थान और समाजसेवा – यही हमारे ट्रस्ट का उद्देश्य है।"

श्रद्धालुओं ने गुरु महाराज के चरणों में प्रणाम किया और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए लंबी कतारें लगी रहीं। हुगली जिले के बांसबेड़िया से आए एक संन्यासी ने कहा, "गुरुदेव हमें हमेशा आध्यात्मिक मार्ग और मानव सेवा का संदेश देते हैं। उनके अविर्भाव दिवस पर उपस्थित होना हमारे लिए सौभाग्य की बात है।" वहीं, बेहाला से आई एक महिला भक्त ने बताया कि बाबा की आध्यात्मिक शक्ति से उन्हें जीवन में कई लाभ हुए हैं। उन्होंने कहा, "बाबा अनेक विद्याओं के ज्ञाता हैं और इंसान को सुख-शांति से जीना सिखाते हैं। इसलिए मैं हर साल इस दिन उनके चरणों में श्रद्धा अर्पित करने आती हूं।" भक्ति और भावनाओं से ओतप्रोत यह आयोजन गुरु महाराज की आस्था और लोकप्रियता का प्रत्यक्ष प्रमाण बन गया।

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