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एकात्म मानववाद और अंत्योदय के विचारों से राष्ट्र निर्माण का संकल्प

चंडीगढ़,  भारतीय जनता पार्टी चंडीगढ़ प्रदेश कार्यालय, सेक्टर 33 में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जन्म जयंती के अवसर पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी से पूर्व पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर प्रदेश के सभी पदाधिकारी, जिला अध्यक्ष, जिलों की पूरी टीम, मंडल अध्यक्ष एवं बूथ अध्यक्ष उपस्थित रहे।

गोष्ठी के मुख्य वक्ताओं ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के जीवन, उनके विचारों और आदर्शों पर विस्तार से प्रकाश डाला।


प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र पाल मल्होत्रा ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी ने एकात्म मानववाद का दर्शन दिया, जिसमें व्यक्ति, समाज और राष्ट्र की एकता की बात की गई। उनका मानना था कि समाज का विकास तभी संभव है जब हर व्यक्ति का सर्वांगीण विकास हो। उन्होंने पश्चिमी विचारधाराओं का अंधानुकरण न करके भारत की मिट्टी से निकले एकात्म मानववाद को समाज के सामने रखा।

मुख्य प्रवक्ता डॉक्टर धीरेंद्र तायल ने कहा कि उपाध्याय जी की अंत्योदय की संकल्पना आज भी उतनी ही प्रासंगिक है। उन्होंने हमेशा इस बात पर जोर दिया कि समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक विकास की किरण पहुँचनी चाहिए। उनका विश्वास था कि जब तक समाज के गरीब, वंचित और शोषित वर्गों का उत्थान नहीं होगा, तब तक सच्चा विकास संभव नहीं है।

विभाग एवं प्रकोष्ठों के संयोजक शक्ति प्रकाश देवशाली ने क


हा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी राजनीति को केवल सत्ता प्राप्ति का साधन नहीं मानते थे, बल्कि उसे समाज के कल्याण का माध्यम मानते थे। उनका पूरा जीवन राष्ट्र की सेवा, संगठन की मजबूती और समाज के अंतिम व्यक्ति की भलाई के लिए समर्पित रहा। उनका जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

गोष्ठी में उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के विचारों को आत्मसात करने और एकात्म मानववाद एवं अंत्योदय के सिद्धांतों पर चलकर राष्ट्रहित में कार्य करने का संकल्प लिया।

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