SSC घोटाले पर BJP का बड़ा कदम, सांसद ज्योतिरमय सिंह महतो ने राज्यपाल को लिखा पत्र
कोलकाता:पश्चिम बंगाल में 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने स्टाफ सेलेक्शन कमिशन (SSC) भर्ती घोटाले को बड़ा मुद्दा बनाते हुए राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस को पत्र लिखकर आयोग को भंग करने की मांग की है। बीजेपी सांसद ज्योतिरमय सिंह महतो ने प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) और गृह मंत्रालय को भी इस पत्र की प्रति भेजी है।
महतो ने अपने पत्र में सुप्रीम कोर्ट द्वारा SSC भर्ती घोटाले में की गई टिप्पणियों का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि भर्ती प्रक्रिया में OMR शीट में छेड़छाड़, रैंक में हेरफेर और अवैध तरीके से नियुक्तियों को वैध ठहराने जैसी गंभीर अनियमितताएँ सामने आई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि न केवल तृणमूल कांग्रेस (TMC) सरकार बल्कि पूर्ववर्ती वामपंथी शासन के दौरान भी SSC का दुरुपयोग किया गया था, जिससे यह संस्था पूरी तरह भ्रष्टाचार में लिप्त हो गई है।
बीजेपी सांसद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “बंगाल में SSC घोटाला #SystemicFraud है! मैं माननीय राज्यपाल @BoseCVAnanda जी से SSC को स्थायी रूप से समाप्त करने और योग्य उम्मीदवारों को न्याय दिलाने का अनुरोध करता हूँ। साथ ही, पार्थ चटर्जी की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए—TMC उन्हें हमेशा के लिए चुप कराना चाहती है! @PMOIndia @HMOIndia #SSCSCAM #SaveBengal #TMCScam।” SSC को भंग करने की मांग
महतो ने आरोप लगाया कि नए SSC बोर्ड का गठन भी भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ियों को सुधारने में विफल रहा है और अवैध नियुक्तियों को बचाने का काम कर रहा है। उन्होंने लिखा, "या तो वे जानबूझकर इस घोटाले को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि राजनीतिक लाभार्थियों को बचाया जा सके, या फिर वे पूरी तरह अयोग्य हैं।"
बीजेपी सांसद ने SSC को पूरी तरह भंग करने और एक नई, पारदर्शी भर्ती प्रणाली बनाने की मांग की। उन्होंने सुझाव दिया कि एक उच्च-स्तरीय विशेषज्ञ समिति बनाई जाए, जो बिना राजनीतिक हस्तक्षेप के निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया सुनिश्चित कर सके।
महतो ने कहा, “SSC की विश्वसनीयता खत्म हो चुकी है। यह न केवल TMC सरकार के तहत बल्कि CPI(M) शासन के दौरान भी विफल रहा था। कई नेता, जो पहले वाम सरकार के दौरान अवैध भर्ती में शामिल थे, अब TMC में मंत्री बने हुए हैं।”
पार्थ चटर्जी की जान को खतरा?
महतो ने अपने पत्र में SSC घोटाले के मुख्य आरोपी और पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर चिंता जताई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि पार्थ चटर्जी, जो पहले कोलकाता के सरकारी SSKM अस्पताल में भर्ती थे, को हाल ही में एक निजी अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया। महतो ने इस कदम को संदेहास्पद बताया और आरोप लगाया कि SSKM अस्पताल लंबे समय से TMC नेताओं के लिए "सुरक्षित ठिकाना" रहा है।
बीजेपी सांसद ने लिखा, "मुझे एक विश्वसनीय सूत्र से जानकारी मिली है कि जैसे-जैसे SSC घोटाले की जांच अंतिम चरण में पहुंच रही है, TMC के शीर्ष नेता पार्थ चटर्जी को खत्म करने की साजिश रच रहे हैं ताकि वह घोटाले के बड़े राज़ न खोल सकें। उनकी सुरक्षा को हर हाल में सुनिश्चित किया जाना चाहिए।"
राजनीतिक सरगर्मी तेज
SSC भर्ती घोटाले को लेकर पश्चिम बंगाल में राजनीतिक तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है। बीजेपी इस मुद्दे को 2026 के विधानसभा चुनाव में प्रमुख हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रही है और राज्य में बेरोजगार युवाओं व योग्य उम्मीदवारों के बीच अपनी पैठ मजबूत करने की कोशिश कर रही है। वहीं, TMC ने बीजेपी के इन आरोपों को खारिज करते हुए इसे पूरी तरह से राजनीतिक स्टंट बताया है। हालांकि, SSC घोटाला पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक प्रमुख मुद्दा बना हुआ है, और आने वाले दिनों में इस पर सियासत और गरमाने की संभावना है।
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