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वरिष्ठ अधिकारियों ने सेक्टर-26 मंडी का अचानक दौरा कर समस्याओं व स्वच्छता व्यवस्था का लिया जायज़ा

चंडीगढ़, कृषि सचिव, चंडीगढ़ प्रशासन एवं सचिव, राज्य कृषि विपणन बोर्ड, यू.टी. चंडीगढ़ ने मार्केट कमेटी, यू.टी. चंडीगढ़ के प्रशासक तथा मुख्य अभियंता, यू.टी. चंडीगढ़ के साथ मिलकर सेक्टर-26 स्थित मंडी का अचानक निरीक्षण किया ताकि वहां की समस्याओं और व्यवस्था की वास्तविक स्थिति का जायज़ा लिया जा सके। अधिकारियों ने मंडी का गहन दौरा किया


और नागरिक एवं आधारभूत ढांचे से जुड़ी विभिन्न समस्याओं की बारीकी से जांच की। स्वच्छता एक प्रमुख मुद्दा बनकर सामने आया, जिस पर विस्तार से चर्चा की गई। इसके अलावा, सड़कों की मरम्मत और सीवरेज प्रणाली के संचालन जैसे अन्य आवश्यक विषयों की भी मुख्य अभियंता के साथ समीक्षा की गई।

निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने अनाज मंडी एसोसिएशन के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। उन्होंने मंडी की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए प्रशासन और एसोसिएशन के बीच संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया।

मार्केट कमेटी, चंडीगढ़ के प्रशासक ने बताया कि मंडी से प्रतिदिन लगभग 20 से 25 टन कचरा उठाया जाता है, जो कि अत्यधिक मात्रा में है। इस समस्या से प्रभावी रूप से निपटने के लिए दुकानदारों और विक्रेताओं का सहयोग अत्यंत आवश्यक है। मार्केट कमेटी ने 120 लीटर क्षमता के डस्टबिन खरीदे हैं, जिन्हें आगामी सप्ताह में मंडी के विभिन्न स्थानों पर स्थापित किया जाएगा। साथ ही, स्वच्छता और कचरे के उचित निपटान के प्रति जागरूकता बढ़ाने हेतु मंडी के कई स्थानों पर फ्लेक्स बोर्ड लगाए गए हैं। सभी हितधारकों को डस्टबिन का उपयोग कर सड़क पर कचरा फैलाने से बचने और स्वच्छता बनाए रखने की अपील की गई।

राज्य कृषि विपणन बोर्ड, यू.टी. चंडीगढ़ के सचिव ने अना


ज मंडी और सब्ज़ी मंडी एसोसिएशनों को आपस में बैठक कर सामूहिक रूप से समाधान हेतु योजना तैयार करने की सलाह दी। उन्होंने मार्केट कमेटी के प्रशासक को 160 लीटर क्षमता वाले और अधिक डस्टबिन खरीदने के निर्देश भी दिए। इसके साथ ही, सफाई ठेकेदार को निर्देशित किया गया कि मंडी क्षेत्र की प्रतिदिन समुचित सफाई की जाए, कचरे को सही तरीके से अलग किया जाए और समय पर पूरा कचरा उठाया जाए।

कृषि सचिव, चंडीगढ़ प्रशासन ने मंडी से जुड़े हितधारकों की सभी समस्याएं ध्यानपूर्वक सुनीं और संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि इन समस्याओं के समाधान हेतु एक समग्र कार्ययोजना तैयार की जाए। उन्होंने विभिन्न एसोसिएशनों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित कर सुझावों एवं समाधानात्मक उपायों पर चर्चा के लिए बैठक आयोजित करने को कहा। इसके अतिरिक्त, उन्होंने मुख्य अभियंता, यू.टी. चंडीगढ़ को मंडी में अपशिष्ट जल की बेहतर निकासी हेतु एक समग्र और प्रभावी ड्रेनेज प्रणाली का डिज़ाइन तैयार करने के निर्देश दिए।

हितधारकों ने मंडी की स्थिति सुधारने को लेकर अधिकारियों की सक्रियता और प्रतिबद्धता के लिए उनका आभार व्यक्त किया।

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